श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् | सुर्य ग्रहण 2020 |
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आज सुर्यग्रहण (वलयकार ) है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सनातन धर्मानुसार सभी खगोलिय घटना का मानव जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। इससे सम्बन्धित विज्ञान की विस्तृत जानकारी ज्योतिष एवं आयुर्वेद में है , किन्तु आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यदि हम ऐसी किसी घटना के दुष्प्रभाव से बचना चाहें तो शास्त्रों में विभिन्न मंत्र व स्तोत्र हैं जिनका हम पाठ कर सकते हैं। श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् भी ऐसा ही स्तोत्र है जिसके पाठ द्वारा हम ग्रहण के दुष्प्रभाव से तो बच सकते हैं साथ ही भगवान गणपति से आशिर्वाद भी प्राप्त कर सकते हैं। आप नीचे दिए गए श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् का पाठ कर सकते हैं अथवा लेख के अन्त में दिए गए Link द्वारा pdf file download कर सकते हैं। ॐ भ॒द्रं कर्णे॑भिः शृणुयाम॑ देवाः । भ॒द्रं प॑श्येमा॒क्षभि॒र्यज॑त्राः । स्थि॒रैरङ्गै᳚स्तुष्टु॒वाꣳ स॑स्त॒नूभिः॑ । व्यशे॑म दे॒वहि॑तं॒ यदायुः॑ । ॐ स्व॒स्ति न॒ इन्द्रो॑ वृ॒द्धश्र॑वाः । स्व॒स्ति नः॑ पू॒षा वि॒श्ववे॑दाः । स्व॒स्ति न॒स्तार्क्ष्यो॒ अरि॑ष्टनेमिः । स्व॒स्ति नो॒ बृह॒स्पति॑र्दधातु ॥ ॐ श...